नोएडा में बारिश से खुली प्राधिकरण की पोल, जलभराव और गंदगी से लोगों की मुश्किलें बढ़ीं

नोएडा। शनिवार की सुबह हुई तेज बारिश ने नोएडा प्राधिकरण के स्वच्छता और जल निकासी के दावों की पोल खोल दी। खासकर सेक्टर-8 इंडस्ट्रियल एरिया में हालात बेहद खराब रहे, जहां सड़कों और नालों का स्तर पानी से बराबर हो गया। जगह-जगह जलभराव ने न केवल यातायात व्यवस्था को ठप कर दिया बल्कि स्थानीय कारोबारियों और कर्मचारियों की परेशानी भी बढ़ा दी।
सेक्टर-8 की फैक्ट्रियों और गोदामों में काम करने वालों को knee-गहरे पानी से होकर गुजरना पड़ा। बारिश थमने के बाद सड़कों पर गंदगी, कचरा और बदबूदार पानी रह गया, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। व्यापारियों का कहना है कि यह समस्या हर साल बरसात में दोहराई जाती है, लेकिन प्राधिकरण की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जाता।
स्थानीय निवासियों और फैक्ट्री मालिकों ने आरोप लगाया कि नालों की सफाई समय पर नहीं होने और जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न होती है। कई जगहों पर पानी मशीनरी और माल गोदामों में भी घुस गया, जिससे लाखों रुपये का नुकसान होने की आशंका है।
“स्वच्छ नोएडा” का नारा इस बारिश में पूरी तरह फेल होता नजर आया। लोगों ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो साझा कर प्राधिकरण से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उधर, प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि टीम मौके पर भेजी गई है और जल निकासी का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
व्यापारियों और निवासियों का कहना है कि जब तक ड्रेनेज सिस्टम को आधुनिक तरीके से नहीं सुधारा जाता, तब तक हर बारिश के बाद ऐसे हालात बने रहेंगे। इस बार की बारिश ने एक बार फिर साबित कर दिया कि नोएडा में जलभराव की समस्या अभी भी बड़ी चुनौती बनी हुई है।