मुख्यमंत्री योगी से आर्थिक सलाहकार समूह की मुलाकात, यूपी को आर्थिक महाशक्ति बनाने पर हुआ मंथन

लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शनिवार को नवगठित आर्थिक सलाहकार समूह ने भेंट की। इस दौरान समूह ने उत्तर प्रदेश की बीते आठ वर्षों में हुई आर्थिक प्रगति की सराहना की और राज्य को आत्मनिर्भर तथा रोजगारपरक बनाने के लिए कई अहम सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि समूह से प्राप्त सुझावों का समयबद्ध क्रियान्वयन अनिवार्य है, ताकि प्रदेश को भारत की अर्थव्यवस्था का “ग्रोथ इंजन” बनाने की दिशा में तेजी लाई जा सके।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जल्द ही “उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन” की शुरुआत की जाएगी, जिसके तहत युवाओं को कौशल प्रशिक्षण, भाषा शिक्षा और वैश्विक स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल उत्पादन में उत्तर प्रदेश जल्द ही हब बनने जा रहा है, जहां हिंदुजा ग्रुप की यूनिट उत्पादन कार्य शुरू करने वाली है।
योगी ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश का रोल मॉडल बनेगा। 2027 तक प्रदेश में 22,000 मेगावाट हरित ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश किसानों को एक लाख सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं और नलकूपों का सोलराइजेशन मिशन मोड में चल रहा है।
सीएम ने बताया कि गन्ना किसानों को अब तक 2.85 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। सिंचाई परियोजनाओं के जरिए 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई सुविधा मिली है।
समूह ने उत्तर प्रदेश में “आईटी टैलेंट मिशन” शुरू करने, स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और प्रदेश के उत्पादों को वैश्विक ब्रांड बनाने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने सभी सुझावों को सकारात्मकता से लिया और प्रदेश को निवेश, रोजगार और विकास का अग्रणी केंद्र बनाने का भरोसा जताया।